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पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤¨ काल में नारी और काम, दोनों विषयों पर हमारे देश में बहà¥à¤¤ कà¥à¤› लिखा गया। वातà¥à¤¸à¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित कामसूतà¥à¤° में तथा चरक और सà¥à¤¶à¥à¤°à¥à¤¤ के आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ गà¥à¤°à¤‚थों में नारी के काम से संबंधित कई पहलà¥à¤“ं पर जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के आचारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने गरà¥à¤, पà¥à¤°à¤¸à¤µ आदि विषयों पर à¤à¥€ बहà¥à¤¤ विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से लिखा। किंतॠपà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित इन सà¤à¥€ गà¥à¤°à¤‚थों में नारी को पà¥à¤°à¥à¤·-दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से देखते हà¥à¤ उसमें सहचरी à¤à¤µà¤‚ जननी का रूप ही देखा गया है। नारी की इचà¥à¤›à¤¾à¤à¤, अनिचà¥à¤›à¤¾à¤à¤, उसकी आरà¥à¤¤à¤µ संबंधी समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤ तथा उनका उसके काम-जीवन से संबंध और à¤à¤¸à¥‡ अनेक विषय पà¥à¤°à¥à¤·-दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से छिपे ही रहे। नारी कामसूतà¥à¤° की रचना में à¤à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ नारी ने न केवल इन सब विषयों का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से वरà¥à¤£à¤¨ किया है, बलà¥à¤•ि आधà¥à¤¨à¤¿à¤• नारियों की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं तथा हमारे यà¥à¤— के बदलते पहलà¥à¤“ं के संदरà¥à¤ में à¤à¥€ नारी और नारीतà¥à¤µ को देखा है। इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में लेखिका ने तà¥à¤°à¤¿à¤—à¥à¤£ पर आधारित à¤à¤• नठसिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ करते हà¥à¤ नारी ततà¥à¤¤à¥à¤µ और पà¥à¤°à¥à¤· ततà¥à¤¤à¥à¤µ के आधार पर नर-नारी की मूल पà¥à¤°à¤•ृति के अंतर को रेखांकित किया है और उनको à¤à¤•-दूसरे का पूरक सिदà¥à¤§ किया है, न कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤°à¥à¤¦à¥à¤§à¥€à¥¤ यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• लेखिका के दस वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤‚धान और परिशà¥à¤°à¤® का परिणाम है। नर और नारी दोनों को नारी के à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨-à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ रूप समà¤à¤¨à¥‡ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देना तथा काम को आतà¥à¤®à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ की चरम सीमा तक ले जाना ही इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• का धà¥à¤¯à¥‡à¤¯ है। लेखिका की पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ देशों में आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ की शिकà¥à¤·à¤¾ तथा आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ और योग का लंबे समय तक अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨, अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर अनà¥à¤¸à¤‚धान और अनà¥à¤à¤µ इस गà¥à¤°à¤‚थ को à¤à¤• संपूरà¥à¤£ कृति बनाते हैं। यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• इससे पहले जरà¥à¤®à¤¨ (1994) में, फà¥à¤°à¥ˆà¤‚च (1996) में, अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ (1997) में तथा डच (1998) à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में पà¥à¤°à¤•ाशित हो चà¥à¤•ी है।
9788171195480
in stock
INR
239.2
Rajkamal Prakashan
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