
भरुचा का एक बहुचर्चित आध्यात्मिक उपन्यास है, जिसमें गुरु की छ्त्र-छाया में कल्याण-मार्ग का पथिक बनने की रोमांचक आध्यात्मिक कथा कही गई है। यह पाठकों को भी कल्याण-मार्ग पर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करता है। कर्म, ईश्वर, मृत्यु के बाद जीवन, आत्मा से संवाद, ऊर्जा और आध्यात्मिक उपचार, अच्छाई में ईश्वर की तलाश और गुरु के सतत सान्निध्य जैसे जटिल विषयों पर सहज-सरल तरीके से प्रकाश डालने वाला यह उपन्यास ढंग से जीना ही नहीं, बल्कि ढंग से मरना भी सिखाता है|